यूरिया खाद की पूरी जानकारी [Price, 50 Kg, उपयोग] | Urea Khad Uses Hindi Fertilizer

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फसलों में उपयोग होने वाले खाद में सबसे ज्यादा यूरिया खाद का ही उपयोग होता है और लगभग हर किसान अपनी फसलों में urea khad का उपयोग करता ही है।

क्योंकि इस फर्टिलाइजर के उपयोग से पौधों को जरूरी पोषक तत्व प्राप्त हो जाता है साथ ही पौधों को नाइट्रोजन प्रदान करता है जिससे पौधे की ग्रोथ तेजी से होने लगती है और इसकी कमी होने से पौधे का विकास रुक जाता है।

भारत में यूरिया खाद बहुत से कंपनी बनाती है जिसमें Chambal Fertilisers & Chemicals, Coromandel International, Deepak Fertilisers And Iffco इसके अलावा और भी बहुत सारे कंपनी urea fertilizer बनाती है।

और इसकी सरकारी रेट भी तय की जाती है लेकिन आजकल urea fertilizer की काफी कमी होने लगी है जिसके कारण कई किसान दुकानों से खाद खरीदने लगे हैं।

तो चलिए अभी urea khad के बारे में डिटेल में जानने का प्रयास करते हैं कि यह कैसे पौधों को फायदा देता है और उसको कैसे upyog करना है।

यूरिया खाद की सम्पूर्ण जानकारी (Urea fertilizer Ki Jankari)

यह एक रासायनिक खाद है जिसका उपयोग पौधों में जरूरी पोषक तत्व प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है इसके uses से पौधों में nitrogen की पूर्ति होती है इसी के साथ यह पौधों को जल्दी बढ़ने में भी मदद करता है।

यह जल में पूरी तरह से विलेय होते हैं इसी कारण इसको स्प्रे के माध्यम से, छिड़काव के माध्यम से आसानी से फसलों में डाला जा सकता है।

खाद के तत्व (contains, content)

इस खाद में जरूरी पोषक तत्व के अलावा नाइट्रोजन पाया जाता है जो पौधों के विकास में सहायक होता है जिससे पौधे तेजी से बढ़ने लगते हैं और इसका upyog सभी प्रकार की फसलों में किया जा सकता है।

यूरिया खाद के फायदे (urea khad ke fayde)

फसलों या पौधों में इसखाद के उपयोग के बहुत सारे फायदे होते हैं-

इसके upyog से पौधों को जरूरी पोषक तत्व (Nutrients) प्राप्त हो जाता है।

इसको डालने से पौधों में nitrogen की कमी पूरी होती है क्योंकि यूरिया खाद नाइट्रोजन की पूर्ति करता है।

इस fertilizer के उचित मात्रा में प्रयोग से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती है जिससे पैदावार में भी वृद्धि होने लगती है।

जो व्यक्ति गार्डनिंग के शौकीन होते हैं उसके लिए भी urea khad काफी फायदेमंद होता है क्योंकि पौधों में इसके उपयोग से पौधों की वृद्धि तेजी से होने लगती है।

यूरिया खाद के उपयोग (urea khad uses in hindi)

इस फर्टिलाइजर का प्रयोग फसल लगने के 45 दिनों तक कर देना चाहिए जिसको 2 बार करके plants में डालना चाहिए।

यह खाद डालते समय खेत में पानी कम कर देना चाहिए और पानी कम होने पर इस khad को डालकर 2-3 दिन रुके, उसके बाद फिर से खेत में पानी डाल सकते हैं तो इस तरह से यूरिया के उपयोग करने से काफी अच्छी रिजल्ट देखने को मिलते हैं।

अगर आप धान की फसल में रोपाई करते हैं तो रोपाई के 1 सप्ताह बाद प्रति एकड़ 35 किलो Dose यूरिया का उपयोग करें, उसी के साथ दूसरी बार पौधों के कल्ले बनने के समय करना चाहिए जिसमें यूरिया की मात्रा 45 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से Dose रखना चाहिए।  

धान की फसल में यूरिया खाद के उपयोग (Dhan, Rice me urea khad uses)

आजकल सबसे ज्यादा nitrogen khad का उपयोग धान की फसल में होने लगा है और किसान लगातार यूरिया की डोज (Dose) बढ़ाते जा रहे है ।

जिसके कारण कई क्षेत्रों की जमीन की उर्वरा शक्ति खत्म होती जा रही है या बंजर बनती जा रही है तो अगर धान की फसल में हम अधिकतम 2 बोरी से ज्यादा प्रति एकड़ के हिसाब से यूरिया डाले तब तो ठीक है और उससे अधिक urea ka upyog करते हैं तो यह हमारी फसल के लिए काफी नुकसान होता है।

धान की फसल में यूरिया का उपयोग कर रहे है तो एक चीज का ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि अगर धान की फसल में जितना ज्यादा khad डाला जाएगा तो फसल की लंबाई उतनी ही ज्यादा बढ़ती जाएगी इसीलिए dhan की फसल में इस khad को कम डालें जिससे पौधे की लंबाई सामान्य रहे जिससे आगे चलकर फसल गिरेगा, सोएगा नहीं।

नैनो यूरिया (nano urea)

भारत में यूरिया खाद के प्रति पैकेट में सरकार द्वारा सब्सिडी उपलब्ध कराई जाती है जिसके कारण हमें सरकारी रेट में खाद कम कीमत पर मिलता है।

लेकिन आजकल लगातार यूरिया खाद की मांग बढ़ती जा रही है जिसके कारण सरकार इस खाद की पूर्ति नहीं कर पा रही है ।

जिसके चलते सरकार ने एक नया कदम उठाया है की खेतों में नैनो यूरिया का उपयोग किया जाए nano urea भारत की सबसे बड़ी सहकारिता संस्था इफको कंपनी द्वारा बनाई जाती है ।

जिसको सरकार काफी प्राथमिकता दे रही है क्योंकि इसके एक बोतल में आधा बोरी urea fertilizer जितना तत्व की पूर्ति आराम से हो जाता है।

और इसके upyog से मिट्टी की उर्वरा शक्ति लगातार बनी रहेगी और इससे किसानों का खर्चा भी कम होगा और इसको सामान्य स्प्रे द्वारा भी आसानी से फसलों में डाला जा सकता है।

नीम लेपित यूरिया खाद (Neem urea fertilizer)

आजकल ज्यादातर कंपनी नीम लेपित urea बनाने लगी है क्योंकि नीम लेपित खाद के डबल फायदे फसलों में देखने को मिलता है ।

जिससे फसल में पोषक तत्वों की पूर्ति तो होती ही है इसके साथ ही पौधों में लगने वाले कीड़ों को भी नियंत्रित किया जा सकता है तो आप खाद खरीदें तो नीम लेपित यूरिया ही खरीदें क्योंकि इससे आपको डबल फायदे होने वाले हैं।

भारत में यूरिया खाद

भारत देश में इसका उपयोग 1965-66 साल के हरित क्रांति के बाद से पूरे देश में चालू हो गया है और आज के समय में यह सबसे ज्यादा उपयोग होने वाले खाद बन चुका है।

और हर तरह की फसलों व plants में इसका uses होने लगा है और कई क्षेत्रों में तो यूरिया उर्वरक जरूरत से ज्यादा उपयोग किया जाता है।

भारत में खाद की आवश्यकता 2020- 21 के अनुसार

यूरिया खाद350.51 लाख टन
DAP खाद119.18 लाख टन
NPK125.82 लाख टन
MOP (muriat of potash)34.32 लाख टन

यूरिया खाद के नुकसान (urea fertilizer ke nuksan, disadvantages)

अगर हम फसलों में यूरिया की उचित मात्रा डालें तो फसलों में इसके फायदे जरूर देखने को मिलते हैं।

लेकिन कई किसान पैदावारी बढ़ाने के चक्कर में इसकी मात्रा लगातार बढ़ाते जा रहे हैं जिसके कारण मिट्टी की उर्वरा शक्ति घटती जा रही है उसी के साथ किसानों का खर्चा भी बढ़ता जा रहा है।

urea khad के ज्यादा upyog से भविष्य में मिट्टी की उर्वरा शक्ति पूरी तरह से खत्म हो सकती है या फिर खेत बंजर बन सकती है।

भारत में यूरिया खाद की शुरुआत हरित क्रांति के समय से हुआ है जिसमें निश्चित रूप से फसलों में खाद डालने पर पैदावारी में वृद्धि होने लगी थी।

लेकिन इसी को देखकर किसान हर साल urea khad की मात्रा बढ़ाते जा रहा है और इसी मात्रा को बढ़ाने के कारण 1990 के आसपास से अब यूरिया के विपरीत प्रभाव फसलों में देखने को मिलने लगा है।
अब हम यूरिया फर्टिलाइजर जितना भी डाल ले पैदावारी बढ़ती ही नहीं है इसी कारण यूरिया का उपयोग उचित मात्रा में करना चाहिए नहीं तो इसके काफी ज्यादा नुकसान फसलों में देखने को मिलता है।

FAQ

Q. पौधों में यूरिया डालने से क्या होता है?

Ans. पौधों में यूरिया खाद डालने से पौधों का विकास तेजी से होने लगता है उसी के साथ नाइट्रोजन और पौधों के लिए जरूरी पोषक तत्व की पूर्ति होती है।

Q. यूरिया की खाद कितनी बार लगानी चाहिए?

Ans. किसी भी फसल में यूरिया खाद 2 बार करके डालनी चाहिए ।

Q. यूरिया खाद का छिड़काव कैसे करें?

Ans. यूरिया खाद का छिड़काव आप किसी भी खाद के साथ मिलाकर या अकेला यूरिया खाद पौधों की जड़ों के पास ब्रॉडकास्टिंग के माध्यम से छिड़काव कर सकते हैं।

Q. क्या मैं पौधों पर यूरिया का छिड़काव कर सकता हूं?

Ans. जी आप सभी तरह की पौधों और फसलों में यूरिया का छिड़काव कर सकते हैं क्योंकि यह पौधों के लिए जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति करता है।

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