Nano Urea Fertilizer UsesHindiDose Fayde Benefits, नैनो यूरिया के नुकसान उपयोग कैसे करें स्प्रे डालना छिड़काव कब करना चाहिए? dose per acre,faydeplant wikipedia fertilizer definition iffco khadpotash कीमत
किसानों के लिए सरकार ने जबरदस्त काम किया है कि उन्होंने अब दानेदार यूरिया की जगह नैनो यूरिया को किसानों के लिए लाया है।
अब इससे किसानों को बहुत सारे फायदे देखने को मिलेंगे और खर्च भी कम होगा और iffco nano urea के उपयोग से प्रकृति का भी ज्यादा नुकसान नहीं होगा।
यूरिया का उपयोग फसलों और पौधों के लिए काफी ज्यादा उपयोगी है तो इसके लिए हमें समय-समय पर पौधों में यूरिया खाद की जरूरत पड़ती ही है ।
क्योंकि urea khad ke upyog से पौधों में क्लोरोफिल अच्छा बनता है और बढ़वार भी पौधों में तेजी से होने लगती है ।
जिससे फसलों के उत्पादन अच्छा देखने को मिलता है तो चलिए अब डिटेल में जानने का प्रयास करते हैं कि नैनो यूरिया के क्या-क्या फायदे हैं और इसको किसान किस तरह से use कर सकते हैं।
नैनो यूरिया क्या है (Nano urea kya hai)
सामान्य भाषा में कहें तो नैनो यूरिया दानेदार का liquid khad रुप है जो पूरी तरह से दानेदार खाद में मिलने वाले पोषक तत्वों की पूर्ति करता है।
और यह दानेदार से काफी सस्ता है और इसको खेत में डालने का तरीका sprey द्वारा होता है तो इसमें किसानों की लेबर खर्चा भी कम हो जाएगी और इसको हम कीटनाशक दवाई के साथ भी उपयोग कर सकते हैं और इसके upyog से प्रकृति का नुकसान भी कम होता है।
सामान्य दानेदार यूरिया और नैनो यूरिया
सामान्य खाद और nano khad में फर्क इतना होता है कि सामान्य यूरिया दानेदार फॉर्म में आता है और इफको नैनो यूरिया उसका liquid फॉर्म है।
अगर हम 50 किलो यूरिया का उपयोग फसलों में करते हैं तो वही रिजल्ट इसके एक बोतल 500 ml में देखने को मिलता है।
तो इस हिसाब से आप अपनी फसलों में जिस हिसाब से दानेदार यूरिया फर्टिलाइजर की मात्रा रखते थे उस हिसाब से liquid urea का प्रयोग कर सकते हैं।
danedar urea मे नाइट्रिफिकेशन की क्रिया होती है जिससे इसका रिजल्ट आने में लगभग 8 से 10 दिन का समय लग जाता है वहीं अगर iffco का इस्तेमाल करते हैं तो नाइट्रिफिकेशन की किया नहीं होती इसको आप सीधे पौधों में स्प्रे के माध्यम से करते हैं तो 2 से 3 दिनों में इसका असर आपको पौधों में देखने को मिल जाता है।
क्रिया विधि (urea khad working plant)
plant में urea नाइट्रिफिकेशन के क्रिया द्वारा पौधों को जरूरी पोषक तत्व मिलता है।
जैसे ही हम फसलों में दानेदार का छिड़काव करते हैं तो यह danedar फॉर्म में होता है तो पौधों की जड़ों के आसपास यूरिया दिया जाता है।
जो धीरे-धीरे घूलकर पौधों की जड़ों में Absorb होता है और धीरे-धीरे पूरे पौधों में फैल जाता है तो इस क्रिया में लगभग 8 से 10 दिन का समय लगता है।
और यूरिया का रिजल्ट 8 से 10 दिनों में ही देखने को मिलता है तो इस तरह से इसकी क्रिया विधि होती है।
और अगर हम नैनो urea का उपयोग करेंगे तो नाइट्रिफिकेशन की क्रिया नहीं होगी क्योंकि यह सीधे स्प्रे द्वारा plant को दिया जाएगा तो इसका रिजल्ट 2 से 3 दिनों में देखने को मिल जाएगा।
नैनो यूरिया का उपयोग कैसे करें (fertilizer use in hindi)
iffco nano urea का प्रयोग हम danedar urea के जगह करते हैं और नैनो यूरिया का अच्छा रिजल्ट पाने के लिए हमको पौधों में इसको दो बार देना पड़ता है।
पहला छिड़काव पौधों में बढ़वार के समय मतलब कि जब पौधा बढ़ने लगता है उसी समय इसका छिड़काव करना चाहिए और दूसरा छिड़काव पौधों के फ्लावरिंग स्टेज के समय करना चाहिए मतलब कि पौधों में जब फल लगने लगता है उसी समय हमें दानेदार का उपयोग करना चाहिए ।
और इसकी मात्रा 3ml प्रति लीटर पानी में रखनी चाहिए तो इस हिसाब से आप जिस भी Sprayer में इसका छिड़काव करेंगे आप अपने हिसाब से इसका अनुपात निकाल ले मतलब कि अगर आप छोटी स्पीयर में इसका स्प्रे कर रहे हैं तो यह स्प्रेयर 16 लीटर का आता है तो आप इसमें 48 से 50ml प्रति स्पीयर के हिसाब से छिड़काव कर सकते हैं।
नैनो यूरिया से क्या फायदा है (nano urea khad benefits fayde)
liquid यूरिया के Fayde पौधों में बहुत से हमको देखने को मिलते हैं इसके उपयोग से पौधों में पोषक तत्वों की पूर्ति तो होती ही है साथ में ही danedar urea के मुक़ाबले इफको नयो यूरिया का रिजल्ट पौधों में जल्दी देखने को मिलता है।
nano यूरिया के उपयोग से पौधों को नाइट्रिफिकेशन की क्रिया से नहीं गुजरना पड़ता जिससे इसका परिणाम जल्द ही पौधों में मिलने लगता है।
इसके उपयोग से पौधों में पीलापन जल्दी दूर हो जाता है जिससे पौधे क्लोरोफिल द्वारा अपना भोजन बनाते हैं।
nano urea fertilizer का इस्तेमाल करने से सामान्य यूरिया से खर्च भी कम पड़ता है।
liquid urea के प्रयोग से प्रकृति को भी बहुत ज्यादा फायदा होता है क्योंकि अगर हम ज्यादा danedar खाद का उपयोग पौधों में करते हैं तो इससे मिट्टी क्षीण होने लगती है और अगर हम nano khad Ka upyog करते हैं तो इसकी मात्रा भी कम लग रही है और प्लांट को पोषण भी पूरा मिल रहा है।
तो इस तरह से इसके बहुत सारे benefits हमको देखने को मिलते हैं।
दानेदार यूरिया की परेशानी और नुकसान (urea ke nuksan)
आज काल पौधों में यूरिया का uses काफी ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है इस कारण दानेदार की सप्लाई में परेशानी आने लगी है।
जिससे समय पर किसानों के पास urea खाद उपलब्ध नहीं हो पाता इसी कारण सरकार अब इफको नैनो यूरिया किसानों के लिए उपलब्ध करा दी है जिससे किसानों को बहुत से फायदे देखने को मिल रहे हैं।
दानेदार के नुकसान (urea fertilizer ke nuksan)
दानेदार फर्टिलाइजर का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि यह किसानों को समय पर उपलब्ध नहीं हो पाता जब इसका उपयोग फसलों में करना होता है उसी समय मार्केट में इसकी कमी हो जाती है
फसलों में इस खाद का उपयोग काफी महत्वपूर्ण हो गया है इसी कारण कई क्षेत्रों में एकतरफा खेती होती है जिस कारण से पौधों में यूरिया डालना जरूरी हो जाता है ।
जिसके कारण इसकी मांग बढ़ने से मार्केट में कालाबाजारी होने लगती है और तुरंत danedar khad की महंगाई बढ़ जाती है जिससे किसानों को दोगुनी से तीगुनी कीमत पर urea खरीदना पड़ता है।
urea khad के ज्यादा प्रयोग से सरकार सही समय पर यूरिया उपलब्ध नहीं करा पाती और दूसरी तरफ खाद व्यापारी इसको एक साथ स्टॉक कर लेते हैं जिससे बाजार में इसकी कमी होने लगती है।
आजकल कई क्षेत्रों में यूरिया के साथ लादेन की समस्या देखी जा रही है मतलब की अगर आपको यूरिया खरीदना है तो आपको उसके साथ जबरदस्ती किसी और चीज को खरीदना पड़ेगा।
मतलब कि अगर यूरिया का कीमत ₹265 की है तो उसके साथ आपको ₹500 का कोई और दूसरी चीज खरीदनी पड़ेगी इस तरह से इसकी कीमत रेट 765 की हो जाती है तो इस तरह से किसानों को नुकसान हो रहा है।
दानेदार के उपयोग से लेबर की समस्या भी काफी ज्यादा देखी जाती है क्योंकि यूरिया का छिड़काव करने के लिए लेबर ज्यादा चार्ज लेते हैं जिससे किसानों को परेशानी होने लगी है।
Conclusion
तो दोस्तों फसलों में लगातार यूरिया की खपत बढ़ती जा रही है और इधर किसानों को समय पर यूरिया ना मिलने की दिक्कत भी काफी ज्यादा होती जा रही है जिसका समाधान iffco nano urea है तो आपको नैनो यूरिया के बारे में पूरी जानकारी अच्छे से समझ में आ गई होगी कि कैसे इससे हम benefits ले सकते हैं और हमको अपने खेतों में nano urea use करना चाहिए।
FAQ
Ans. यूरिया का उपयोग सभी फसलों के लिए काफी अच्छा होता है इससे पौधों को पोषक तत्वों की पूर्ति होती है अगर गेहूं में उपयोग करें तो इससे गेहूं की बढ़वार अच्छी होती है।
Ans. वैसे तो यूरिया फसलों में दो बार देना पड़ता है तो पहली बार मे 1 एकड़ में 35 से 50 किलो यूरिया डालना चाहिए।
Ans. नैनो यूरिया का छिड़काव जब फसल बढ़ने लगता है पहला उसी समय करें और दूसरा यूरिया जब फसलों में फल लगने लगे उसी समय करें।
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